कैप्टन अभिलाषा बराक बनीं भारतीय सेना की पहली महिला लड़ाकू विमान पायलट

कैप्टन अभिलाषा बराक

कैप्टन अभिलाषा बराक ने छह महीने लंबे कॉम्बैट आर्मी एविएशन कोर्स को सफलतापूर्वक पूरा करने के बाद लड़ाकू विमान पायलट के रूप में आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल होने वाली भारतीय थलसेना की पहली महिला अधिकारी बनने का गौरव हासिल कर लिया है।

सेना ने बुधवार को कहा, “नासिक के कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में आयोजित एक विदाई समारोह के दौरान महानिदेशक और कर्नल कमांडेंट आर्मी एविएशन लेफ्टिनेंट जनरल ए.के. सूरी द्वारा उन्हें आज 36 सेना पायलटों के साथ प्रतिष्ठित विंग से सम्मानित किया गया है।”

 

सेना के बताया कि 15 महिला अधिकारियों ने आर्मी एविएशन में शामिल होने की इच्छा जताई थी लेकिन केवल दो अधिकारियों का ही पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट (PABT) और मेडिकल के बाद चयन हुआ।

 

कैप्टन अभिलाषा बराक की इस ऐतिहासिक उपलब्धि को इंडियन आर्मी एविएशन के इतिहास में ‘गोल्डेन लेटर डे’ करार दिया गया है। इस गौरवशाली अनुभूति की जानकारी देते हुए सेना ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम हैंडल पर जारी नोट में लिखा है कि ये इंडियन आर्मी एविएशन के इतिहास में स्वर्णिम दिन है

कौन हैं कैप्टन अभिलाषा बराक?

26 वर्षीय कैप्टन अभिलाषा बराक हरियाणा की रहने वाली हैं। उन्हें सितंबर 2018 में Army Air Defense Core में कमीशन मिला था। वह कर्नल एस ओम सिंह (सेवानिवृत्त) की बेटी हैं। अधिकारियों ने बताया कि कैप्टन अभिलाषा बराक ने आर्मी एविएशन कॉर्प्स में शामिल होने से पहले कई Professional Military Courses भी किए हैं। 

 

अभिलाषा थलसेना के लड़ाकू विमान को उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बनी हैं। फिलहाल अभी तक एविएशन डिपार्टमेंट में महिलाओं को Air Traffic Control (ATC) और ग्राउंड ड्यूटी की जिम्मेदारी दी जाती थी। लेकिन अब महिलाएं लड़ाकू विमान पायलट की जिम्मेदारी भी संभालेंगी। 

 

हालांकि तीनों सेनाओं की बात करें तो साल 2018 में वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला पायलट बन चुकी हैं।

 

क्या है Army Aviation Corps (AAC)

Army Aviation Corps(AAC) का गठन 01 नवंबर, 1986 को किया गया था। इसे आर्मी एविएशन कोर के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय थलसेना की सबसे नवीन कोर है। पिछले कुछ वर्षों में चीता, Advanced Light Helicopter ध्रुव, हथियारयुक्त Advanced Light Helicopter रुद्र और लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर जैसी नई इकाइयों और उपकरणों के साथ इसका विस्तार हुआ है।


Army Aviation Corps अब अपने अधिकारियों और सैनिकों को सेना के सभी हथियारों में प्रशिक्षित करता है। आर्मी एविएशन कोर के उम्मीदवारों को नासिक में कॉम्बैट आर्मी एविएशन ट्रेनिंग स्कूल में प्रशिक्षण दिया जाता है। यह कोर युद्धभूमि और सैन्य सर्वेक्षण की प्रमुख भूमिकाओं में काम करता है।


अगस्त 2021 में, आर्मी एविएशन को सेना के मानवरहित हवाई वाहनों (UAV-Unmanned Aerial Vehicles) का नियंत्रण मिल गया है, जो पहले आर्टिलरी के पास थे।


 2020 में पूर्वी लद्दाख में गतिरोध के बाद से आर्मी एविएशन ने भारत की उत्तरी सीमा पर हेलीकॉप्टरों की तैनाती में एक बड़ी छलांग देखी है।

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